कब्ज की पूरी जानकारी और इसका 100% इलाज
देर रात को भोजन करना, भोजन करने के बाद तुरंत सो जाना, समय पर मल त्याग नहीं करना खासकर यह तीनो कब्ज को जन्म देते हैं. यही
कब्ज का इलाज हैं की रोगी समय से भोजन व मल
निष्कासन करे
इस दौर में बदलती दुनिया में मानव की जीवनचर्या भी काफी बदल चुकी हैं.इसी वजह से ज्यादातर व्यक्ति कब्ज रोग से परेशान दिखाई पड़ते हैं. चलिए आज हम यहां आपको नए
पुरानी कब्ज का घरेलु इलाज इन हिंदी में बताएंगे क़ब्ज़ से छुटकारा, निजात व रोकने दूर करने के लिए पढ़िए इसके बारे में सम्पूर्ण आयुर्वेदिक जानकारी .
पेट का ठीक से व पूरी तरह से साफ़ नहीं होना ही कब्ज कहलाता हैं.
मल और कब्ज – कब्ज पाचन की एक अधूरी क्रिया का नाम हैं, यानी इंडिगेस्टिव व मल को पूरी तरह से बाहर नहीं करना ही कब्ज की बीमारी का मुख्य कारण हैं. मल निष्काशन एक ऐसी क्रिया हैं की अगर इसे समय पर नहीं किया जाए तो यह कई बड़े-बड़े रोग पैदा कर सकती हैं.
जब हम भोजन करते हैं तो शरीर उस भोजन में से उपयोगी पदार्थ को ग्रहण कर लेता हैं फिर इस भोजन में जो अनुपयोगी पदार्थ रह जाता हैं उसे हम मल कहते हैं. (मल यानी कचरा) और इस मल को शरीर अपने अंदर से जल्द से जल्द बाहर निकालना चाहता हैं. क्योंकि अब यह शरीर के लिए किसी भी तरह से फायदेमंद नहीं हैं, बल्कि जितनी देर आप इसे रोकेंगे यह शरीर को उतना ही नुकसान करेगा.
सबसे असरकारी कब्ज का रामबाण इलाज इन हिंदी में घरेलु व आयुर्वेदिक
कब्ज क्यों – कब्ज आंतड़ियों में फंसे मल के कारण होता हैं. क़ब्ज़ का इलाज – इस अवस्था में मल बहुत गाढ़ा हो जाता हैं, व व्यक्ति को इसे शरीर से बाहर निकालने में बहुत परेशानी होने लगती हैं, उसे मल को बाहर निकालने में जोर लगाना पड़ता हैं. (यह कब्ज का आम सामान्य कारण हैं).
अब आप ही सोचिये की कब्ज के रोगी को मल त्यागने में जोर क्यों लगाना पड़ता हैं ?? क्योंकि कब्ज के रोगी का मल सुख जाता हैं, वह इसलिए सुख जाता हैं क्योंकि उसमे तरलता नहीं होती व भोजन के ठीक से न पचने के कारण भी यही होता हैं. चलिए कब्ज रोग का इलाज इन हिंदी में जानने के पहले इसके कारण के बारे में थोड़ी और गहराई से समझने की कोशिश करते हैं. फिर हम आपको कब्ज के लिए घरेलु नुस्खे व घरेलु उपाय बताएंगे इनके जरिये आप घर पर ही क़ब्ज़ का घरेलु इलाज कर सकेंगे वह भी बड़ी आसानी से.
कब्ज की शुरुआत
जब हम भोजन करने के बाद तुरंत सो जाते हैं तो ऐसे में हम भोजन को पचाने के पर्याप्त पानी नहीं पि पाते. इस बिच पेट में गया हुआ भोजन ठीक से नहीं पच पाता, वह गाढ़ा हो जाता हैं. व आंतड़ियों में फंस जाता हैं. यही क्रिया कब्ज के दौरान होती हैं. इसके अलावा निचे दी जा रही बातें भी कब्ज की बीमारी का कारण हो सकती हैं.- 1. शरीर में पानी की कमी होना
- 2. एक समय पर भोजन नहीं करना
- 3. ज्यादा चाय, कॉफ़ी का सेवन करना
- 4. शरीर में फाइबर की कमी होना
- 5. कैल्शियम और पोटैशियम कम मात्रा में होना
- 6. भोजन को चबा-चबाकर नहीं खाना
- 7. नशीली चीजों का ज्यादा सेवन करना जैसे दारु, ड्रग्स, स्मोकिं आदि
- 8. ज्यादा मसालेदार भोजन करना
- 9. भोजन करने के बाद तुरंत सो जाना
- 10. भोजन करने के बाद नहीं टहलना
- 11. मुंह में छाले पड़ना
- 12. कब्ज के रोगी को किसी भी चीज का ठीक से स्वाद नहीं ले पाता हैं
- 13. रोगी की जीभ मटमैली होने लगती हैं
- 14. किसी भी तरह का शारीरिक श्रम नहीं करना जैसे GYM, exercise, walking etc
- 15. बिना भूख के भोजन करना आदि
कब्ज के यह सामान्य कारण हैं. अगर आप इन बातों का खास ध्यान रखेंगे तो आपको कब्ज बीमारी का इलाज करवाने की कोई जरुरत ही नहीं पड़ेगी.
कब्ज के लक्षण
- 1. अपनी सांसों में बदबू आना, मुंह से बदबू आना
- 2. भूख कम लगना, या न के बराबर लगना
- 3. जी मचलना व सिर में दर्द होना
- 4. चहरे पर फुंसियां होना
- 5. पेट दर्द व पेट भारी-भारी सा लगना
- 6. मल त्याग करते समय मल त्यागने में जोर लगाना
- 7. बार-बार ऐसा महसूस होना जैसे की मुझे और लेटरिंग आ रही हैं
- 8. मल का गाढ़ापन भी कब्ज का लक्षण हैं
- 9. मल रोकने व कब्ज से होने वाली बीमारियां
पूरी तरह से पेट साफ़ न होना काफी गंभीर बीमारी को जन्म दे सकता हैं. हमने आपको पहले भी बताया हैं की मल एक ऐसा पदार्थ हैं जिसे शरीर अपने अंदर नहीं रखना चाहता. अगर फिर भी आप इसे शरीर से बाहर नहीं निकालने देते या किसी वजह से यह शरीर से बाहर नहीं हो पाता तो यह आपको मानसिक और शारीरिक नुकसान दे सकता हैं.
क़ब्ज़ के लिए अनोखा रामबाण घरेलु इलाज करके आसानी से पाए छुटकारा
पेट पूरी तरह साफ़ न होने व आंतड़ियों में मल के फंसने से होने वाले नुकसान, याददास्त का कमजोर होना, मानसिक भ्रह्म होना, पाचन तंत्र में विकृति होना, उम्र कम होना, चहरे की सुंदरता का क्षीण होना, आंखो की रोशनी कम होना, शारीरिक क्षमता कम होना, चिढ़चिढ़ापन रहना, मुंह में छाले पड़ना, मल का समय पर त्याग नहीं करना आदि अनेकों गंभीर बिमारियों को बुलावा देता हैं.नई पुरानी कब्ज में क्या करे – अगर आप कब्ज से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं तो अपनी जीवनचर्या में परिवर्तन लाये. इसके हम निचे कुछ कब्ज रोग का इलाज के लिए टिप्स (tips for kabj)दे रहे हैं, इन्हें रोजाना अपनाये.
कब्ज से बचने के उपाय
- रात को सोने से 3 घंटे पहले भोजन करे
- भोजन करते वक्त बार-बार पानी न पिए
- भोजन करने के 25-30 मिनट बाद पेट भर कर पानी पिए
- मल आने पर उसे रोके नहीं बल्कि उसी समय मल त्याग करे
- ज्यादा मसालेदार, तीखी खाने का सेवन नहीं करे
- भूख लगने पर ही भोजन करे
कब्ज का समाधान करने के लिए क्या करे
चलिए अब हम आपको कब्ज का इलाज के लिए आयुर्वेदिक घरेलु नुस्खे व उपाय बताते हैं. इन्हें आप रोजाना नियम से अपनाएंगे तो आपको कुछ समय में ही क़ब्ज़ रोग से छुटकारा मिल जाएगा. कब्ज से निजात पाने का इससे अच्छा सरल तरीका आपको और कहीं नहीं मिलेगा. यह प्राकृतिक तरीका जिससे क़ब्ज़ ख़त्म किया जा सकता हैं.
कब्जीयत से बचने व रोकने के लिए सबसे आसान घरेलु कॉन्स्टिपेशन ट्रीटमेंट
- कब्ज पेट के रोग और बाल गिरने पर चौलाई की सब्जी खाना लाभकारी हैं.
- कच्ची मटर खाने से कब्ज दूर होती हैं
- कच्ची शलजम खाने से पेट पूरी तरह से साफ़ हो जाता है, व दस्त भी साफ़ आने लगते हैं.
- 63 ग्राम तिल कुटकात मीठा मिळकर खाने से कब्ज दूर होती हैं.
- सरसों के तेल से पेट की आहिस्ता-आहिस्ता मालिश करने से कब्ज दूर होती हैं.
- इसबगोल को दस्त-पेचिश के कष्ट में ताज़ा दही या छाछ के साथ सेवन किया जा सकता हैं.
- कुछ दिनों तक रोजाना तरबूज खाने से भी कब्ज दूर होती हैं.
- 6 ग्राम त्रिफला चूर्ण को शहद में मिलाकर रात में खाने और ऊपर से गर्म दूध पिने से कब्ज मिट जाती हैं.
- एक मुरब्बे की हरड़ रात को खाकर दूध पिने से सुबह दस्त साफ़ आता हैं और कब्ज दूर होती हैं.
- 6 माशा काला नमक घी में भूनकर गर्म पानी के साथ खाने से तीन चार दस्त आते हैं.
- सुबह के समय पपीता खाकर दूध पिने से कब्ज दूर होती हैं.
- अगर आपको कई समय से कब्ज हैं तो अंजीर खाये, क्योंकि अंजीर स्थायी कब्ज के इलाज के लिए बेहतरीन उपाय हैं.
- रोजाना 50 ग्राम कच्चा टमाटर खाने से कब्ज दूर होती हैं
- पका हुआ खरबूजा खाने से भी कब्ज दूर होती हैं
- एक नग कच्चा प्याज रोजाना के साथ खाने से कब्ज दूर हो जाती हैं
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