AyurvedaDuniya

Ayurveda | Means Natural World

Search This Blog

Breaking

Amlapittantak Lauh-अम्लपित्तान्तक लौह गुण,उपयोग,मात्रा,अनुपान In Hindi

Amlapittantak Lauh अम्लपित्तान्तक




गुण और उपयोग:- यह अम्लपित्त रोग में अत्यंत गुणकारी माना गया है। इसके अलावा यकृत है और पित्ताशय की विकृति, यकृत शूल, तृष्णा, मूत्रदाह, उदर-शूल, पतले दस्त होना, बच्चों को दूध की उल्टी होना, गर्भवती स्त्रियों को वमन होना, शूल रोग, पित्त की विदग्ता आदि रोगों में भी यह उत्तम लाभ प्रदान करता है

मात्रा और अनुपान:- एक से दो गोली दिन में दो बार रोगानुसार अनुपान के साथ
चेतावनी :-(पाठको से अनुरोध है की किसी भी दवा का इस्तेमाल करने से पहले किसी वैध से परामर्श जरूर करें)

No comments:

Post a Comment