Agnisandipan Ras अग्निसंदीपन रस के गुण और उपयोग, मात्रा और अनुपान
गुण और उपयोग:- यह मंदाग्नि, अजीर्ण, अम्लपित्त, शूल और गोला आदि में सेवन से उत्तम लाभ करता है। यह पाचन तंत्र को ठीक करता है। इस रसायन से पाचनकाग्नि की शिथिलता दूर हो पुन: उसमे चेतना आ जाती है। अधिक भोजन या गरिष्ट भोजन करने से अजीर्ण हो गया हो, तो अग्निसंदीपन रस की 2-3 गोली खा लेने से भोजन जल्दी पच जाता है। इसके सेवन से अम्लपित्त में मुँह में खट्टा या कड़वा पानी आना बंद हो जाता है और अन्न का परिपाक भली भाँति होने लगता है, पेट के दर्द को काम करने के लिए अग्निसंदीपन की गोली गर्म जल के साथ खा लेने से दर्द बंद हो जाता है।
मात्रा और अनुपान :- 1-1 गोली प्रात: सायं भोजन के बाद गर्म जल के साथ दें।
चेतावनी :-(पाठको से अनुरोध है की किसी भी दवा का इस्तेमाल करने से पहले किसी वैध से परामर्श जरूर करें)
चेतावनी :-(पाठको से अनुरोध है की किसी भी दवा का इस्तेमाल करने से पहले किसी वैध से परामर्श जरूर करें)
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